टेक्निकल राइटर

 
यह जमाना टेक्नोलॉजी का है.इस क्षेत्र में करियर के नएनए अवसर सामने आरहे है.इम्ही मे से एक करियर टेक्निकल राइटिंग का है.अगर आपकी रची टेक्नोलॉजी और लेखन दोनों में है तो टेक्निकल राइटिंग आप के लिए करियर का उत्तम विकल्प बन सकता है.

           टेक्निकल राइटर तकनिकी विषयोंको सरल,सुबोध भाषा में प्रकट करने के कार्य करते है.उनका यह लेखन प्रिंट या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के लिए हो सकता है.टी.वी,वाशिंग मशीन,कंप्यूटर,प्रिंटर,मोबाइल फ़ोन अदि जैसे इलेक्ट्रॉनिक सामानोंके साथ जो यूजर मैन्युअल आते है ,वे टेक्निकल राइटरों द्वारा ही तैयार किये जाते है.तकनीकी वा प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने में उनकी सेवाएं ली जाती है.कंप्यूटर सिस्टम और सॉफ्टवेर के प्रयोग के समय उपलब्ध ऑनलाइन हेल्प के दिशानिर्देश लिखनेका कार्य भी उनका ही है.वे इ-लर्निंग और इन्टरनेट के लिए अन्य सामग्री को तैयार करते है.वे तकनीकी विषयो पर फिल्म निर्माण करनेके  कार्य में भी जुड़ सकते है.

             टेक्निकल राइटिंग के करियर में प्रवेश के लिए कम से कसम ग्रेजुएट की योग्यता अनिवार्य मानी जाती है.टेक्निकल साइंस ग्रेजुएट या इंग्लिश विषय के साथ ग्रेजुएट अधिक उपलब्ध मने जाते है.जिस खास क्षेत्र के लिये टेक्निकल राइटिंग करनी हो उस क्षेत्र की जानकरी होनी चाहिए,लेखन के प्रति रुझान होना जरुरी है.इस में जर्नलिजम या मासकम्युनिकेशन की शिक्षा प्राप्त करने वालोंके लिए बेहतर अवसर हो सकते है.
       
           एक टेक्निकल राइटर के लिए शैक्षणिक योग्यता के साथसाथ सॉफ्टवेअर भी जरुरी है.माइक्रोसॉफ्ट वर्ड का अच्छा ज्ञान रखने के साथ उन्हें रोबोहेल्प,फ्रेममेकर,एक्रोबेट प्रोग्रामो की जानकारी हो तो उनकी उपयोगिता बढ़ जाएगी.हाइपर टेक्स्ट मार्कअप लैंग्वेज के जनाकरोंको और आसानी से टेक्निकल राइटर का रोजगार मिल सकता है,बशर्ते की वे अन्य अपेक्षाओंको पूरा करते हो.

           टेक्निकल राइटरों के लिए क्रिएटिव और अभिव्यक्ति में कुशल होना जरुरी है.इन में सिखने के प्रति लगन होनी चाहिए.भाषा,व्याकरण एव स्पेलिंग के प्रयोग में शुद्धता जरुरी है.कम समय में अच्छा परिणाम देने के लिए उन्हें तैयार रहना चाहिए.

           टेक्निकल राइटिंग का करियर एक उभरता हुआ क्षेत्र है,जिस में इंजिनियर,डॉक्टर,सूचना प्राद्योगिकी के विशषयज्ञ अदि के लिए अच्छा अवसर है.   टेक्निकल राइटरोंको इलेक्ट्रॉनिक्स,हार्डवेयर एवं सॉफ्टवेर,रक्षा उपकरण आदि बनाने वाले कंपनीयोमें रोजगार किल सकता है.अन्य कंपनीयो को भी उनकी आवश्यकता होती है.
             इसके अतिरिक्त उन के लिए रोजगारके अवसर टेलीविज़न चैनल्स, अखबार एवं पत्रिकाओ आदि मे मौजूद है.एच.सी.एल.,फिलिप्स,रेम्कोसिस्टम, विप्रो,सैमसंग, इंटेल,माइक्रोसॉफ्ट,नोकिया,एप्सन,एचपी आदि जानीमानी कंपनीया टेक्निकल राइटरों की मदद लेती है.

              टेक्निकल राइटिंग फ्रीलांसर के तौर पर भी कार्य कर सकता है.कुछ कंपनीया अपने कर्मचारियोंको घर से भी टेक्निकल राइटिंग का कार्य देती है.एक टेक्निकल राइटर को करियर के शुरुवात में १० से २० हजार रुपये मासिक वेतन मिल सकता है,अनुभव के साथ उनकी आय बढती जाती है और उन्हें सीनियर टेक्निकल राइटर,टीम लीडर आदि का दर्जा मिल जाता है.

               बहुराष्ट्र आई.टी. कंपनी एक्संसा की भारतीय शाखा में पिछले २ में टेक्निकल राइटर के रूप में कार्यरत मिलिंद सोलवानकर अपने करियर से काफी उत्साहित है,उन के विचार में पुणे,नोएडा,मुंबई, गुडगाँव, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलोर, दिल्ली जैसे शहरोमें टेक्निकल राइटरों की ज्यादा मांग है.
 
यह जमाना टेक्नोलॉजी का है.इस क्षेत्र में करियर के नएनए अवसर सामने आरहे है.इम्ही मे से एक करियर टेक्निकल राइटिंग का है.अगर आपकी रची टेक्नोलॉजी और लेखन दोनों में है तो टेक्निकल राइटिंग आप के लिए करियर का उत्तम विकल्प बन सकता है.

           टेक्निकल राइटर तकनिकी विषयोंको सरल,सुबोध भाषा में प्रकट करने के कार्य करते है.उनका यह लेखन प्रिंट या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के लिए हो सकता है.टी.वी,वाशिंग मशीन,कंप्यूटर,प्रिंटर,मोबाइल फ़ोन अदि जैसे इलेक्ट्रॉनिक सामानोंके साथ जो यूजर मैन्युअल आते है ,वे टेक्निकल राइटरों द्वारा ही तैयार किये जाते है.तकनीकी वा प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने में उनकी सेवाएं ली जाती है.कंप्यूटर सिस्टम और सॉफ्टवेर के प्रयोग के समय उपलब्ध ऑनलाइन हेल्प के दिशानिर्देश लिखनेका कार्य भी उनका ही है.वे इ-लर्निंग और इन्टरनेट के लिए अन्य सामग्री को तैयार करते है.वे तकनीकी विषयो पर फिल्म निर्माण करनेके  कार्य में भी जुड़ सकते है.

             टेक्निकल राइटिंग के करियर में प्रवेश के लिए कम से कसम ग्रेजुएट की योग्यता अनिवार्य मानी जाती है.टेक्निकल साइंस ग्रेजुएट या इंग्लिश विषय के साथ ग्रेजुएट अधिक उपलब्ध मने जाते है.जिस खास क्षेत्र के लिये टेक्निकल राइटिंग करनी हो उस क्षेत्र की जानकरी होनी चाहिए,लेखन के प्रति रुझान होना जरुरी है.इस में जर्नलिजम या मासकम्युनिकेशन की शिक्षा प्राप्त करने वालोंके लिए बेहतर अवसर हो सकते है.
       
           एक टेक्निकल राइटर के लिए शैक्षणिक योग्यता के साथसाथ सॉफ्टवेअर भी जरुरी है.माइक्रोसॉफ्ट वर्ड का अच्छा ज्ञान रखने के साथ उन्हें रोबोहेल्प,फ्रेममेकर,एक्रोबेट प्रोग्रामो की जानकारी हो तो उनकी उपयोगिता बढ़ जाएगी.हाइपर टेक्स्ट मार्कअप लैंग्वेज के जनाकरोंको और आसानी से टेक्निकल राइटर का रोजगार मिल सकता है,बशर्ते की वे अन्य अपेक्षाओंको पूरा करते हो.

           टेक्निकल राइटरों के लिए क्रिएटिव और अभिव्यक्ति में कुशल होना जरुरी है.इन में सिखने के प्रति लगन होनी चाहिए.भाषा,व्याकरण एव स्पेलिंग के प्रयोग में शुद्धता जरुरी है.कम समय में अच्छा परिणाम देने के लिए उन्हें तैयार रहना चाहिए.

           टेक्निकल राइटिंग का करियर एक उभरता हुआ क्षेत्र है,जिस में इंजिनियर,डॉक्टर,सूचना प्राद्योगिकी के विशषयज्ञ अदि के लिए अच्छा अवसर है.   टेक्निकल राइटरोंको इलेक्ट्रॉनिक्स,हार्डवेयर एवं सॉफ्टवेर,रक्षा उपकरण आदि बनाने वाले कंपनीयोमें रोजगार किल सकता है.अन्य कंपनीयो को भी उनकी आवश्यकता होती है.
             इसके अतिरिक्त उन के लिए रोजगारके अवसर टेलीविज़न चैनल्स, अखबार एवं पत्रिकाओ आदि मे मौजूद है.एच.सी.एल.,फिलिप्स,रेम्कोसिस्टम, विप्रो,सैमसंग, इंटेल,माइक्रोसॉफ्ट,नोकिया,एप्सन,एचपी आदि जानीमानी कंपनीया टेक्निकल राइटरों की मदद लेती है.

              टेक्निकल राइटिंग फ्रीलांसर के तौर पर भी कार्य कर सकता है.कुछ कंपनीया अपने कर्मचारियोंको घर से भी टेक्निकल राइटिंग का कार्य देती है.एक टेक्निकल राइटर को करियर के शुरुवात में १० से २० हजार रुपये मासिक वेतन मिल सकता है,अनुभव के साथ उनकी आय बढती जाती है और उन्हें सीनियर टेक्निकल राइटर,टीम लीडर आदि का दर्जा मिल जाता है.

               बहुराष्ट्र आई.टी. कंपनी एक्संसा की भारतीय शाखा में पिछले २ में टेक्निकल राइटर के रूप में कार्यरत मिलिंद सोलवानकर अपने करियर से काफी उत्साहित है,उन के विचार में पुणे,नोएडा,मुंबई, गुडगाँव, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलोर, दिल्ली जैसे शहरोमें टेक्निकल राइटरों की ज्यादा मांग है.