राज्यातील सर्व मत्स्यसंवर्धकांना आवश्यक असलेल्या प्रमुख कार्प व कॉमन कार्प जातीच्या
माशांचे दर्जेदार मत्स्यबीज उपलब्ध करून देण्याचे उद्देशाने राज्यामधे मत्स्यबीज
उत्पादन केंद्रे स्थापन केली असून यापकी २८ केंद्रांवर उबवणी केंद्र आहेत.
या केंद्रांवरून अत्यंत वाजवी दरात मत्स्यसंवर्धकांस मत्स्यबीज उपलब्ध करून
दिले जाते.
प्रकार
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मत्स्यजिरे
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मत्स्यबीज
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अर्धबोटूकली
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बोटूकली
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आकार
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८ ते
१२ मि. मि.
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२० ते
२५मि. मि.
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२५ ते
५० मि. मि.
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५०
मि. मि. चे वर
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दर
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प्रती
हजार
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प्रती
हजार
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प्रती
हजार
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प्रती
हजार
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प्रमुख
कार्प मिश्र / मृगल / सायप्रिनस
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१२
.५०
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७५.००
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२००.००
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४००.००
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रोहू
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१५.००
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१००.००
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२२५.००
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५००.००
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कटला
/ गवत्या / चंदेरा
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२०.००
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१२५.००
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२५०.००
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६००.००
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प्रती बॅग संख्या
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२०,०००
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२०००
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५००
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२५०
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पॉकिंग
शुल्क प्रती बॅग
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१०.००
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१०.००
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१०.००
|
१०.००
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निकष -
- मत्स्यसंवर्धकाने
रितसर बीजाची मागणी संबंधित केंद्रावर / संबंधित जिल्हयाच्या सहायक आयुक्त
मत्स्यव्यवसाय यांचेकडे नोंदविणे आवश्यक.
- मत्स्यसंवर्धकाकडे
स्वतःचा अथवा ठेक्याने घेतलेला तलाव असणे आवश्यक.
- मत्स्यसंवर्धकाकडे
असलेल्या तलावाचे जलक्षेत्राचे प्रमाणात बीज उपलब्ध होईल.
- केंद्रावरून
उपलब्धतेनुसार प्राथम्य क्रमाने बीज पुरवठा करण्यात येईल.
- संबंधित
जिल्हयाची मत्स्यबीजाची गरज पूर्ण झाल्यानंतरच जिल्हया बाहेरील
मत्स्यसंवर्धकांस संबंधित जिल्हयाच्या मत्स्यव्यवसाय अधिकार्याचे शिफारशीनुसार
प्राथम्य क्रमाने बीज पुरवठा करण्यात येईल.
->"अत्यंत वाजवी दरात मत्स्यसंवर्धकांस मत्स्यबीज उपलब्ध करून दिले जाते.Fish seeds are made available to fishermen at very reasonable rates."
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